Special
- मै शायर नही यारों न सायरी से कोई वास्ता मेरा
- बस दर्द से है गहरा नाता और कलम से गहरी यारी
- दिल मे दया और आखों में करुणा और आठों पे मुस्कान मुश्किल है जग में मिल पाना आप जैसा इंसान.
- शिकायते होगी तो खुद से ही होगी तुमसे तो सिर्फ मुहब्बत होगी
- हुस्न का ताज हो या फिर मुमताज का ,कुछ इमारतें तो कयामत तक खंडहर नही होती है
- कुछ तो बात होती होगी समुंदर में वरना हर मीठी नदी उसमे मिलने नही आती
- आखों आखों से ओ बात कर लेते है सपनो में मिलकर मुलाकात समझ लेते है। अरे रोता तो धरती के लिए आसमा भी है पर लोग उसे बरसात समझ लेते है
- हम तो जोड़ना जानते है;तोड़ना तो सीखा ही नहीं। खुद टूट जाते है अक्सर लेकिन; किसी को छोड़ना सीखा ही नहीं।
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- कितना खुश था गुलाब काटें की गोद में। लोगों की मुहब्बत मे हर पत्ता बिखर गया
- बोता रहा मैं तेरे बंजर जमीन पे इश्क के बीज और तेरा हर वादा सरकार का मुआवजा निकाला
- मैं अक्सर हंसा दिया करता हूं उदास चेहरे को। क्योंकि मुझे मुझ जैसे लोग देखे नहीं जाते।
- गुनाह मालूम नही लेकिन सजा लाजबाब मिली है
- यूं तो हर फुल पे लिखा रहता है कि तोड़ो मत। पर दिल मचलता है तो कहता है कि छोड़ो मत।

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